नमस्कार दोस्तों , आप सबका क्षमा रस्तौगी के ब्लॉग पर स्वागत है । दोस्तों आज मै बात करोगी अनाथ बच्चों के लिए ।
अनाथ शब्द कितना अजीब सा लगता है ना सुनने में , अनाथ शब्द से आप लोग क्या समझते हैं ? कुछ अनाथ से समझते है सहानुभूति किसी अनाथ बच्चे के लिए , या फिर जिसके माता पिता नहीं होते , उनको अनाथ कहा जाता है । दोस्तों अनाथ शब्द अपने आप में एक शब्दकोश समाए हुए हैं , किस तरह से यह स्पष्ट करना मुश्किल है लेकिन मै बताने की कोशिश करती हूं । दोस्तों आप लोग देखते होंगे अपने आस पास या पड़ोस में कुछ ऐसे बच्चो को जिनके माता पिता गुजर गए होते हैं । अपने कभी ऐसे बच्चो का जीवन के बारे में कभी सोचा है कि इनका जीवन कैसे व्यतीत होता है , यह बच्चे कैसा सोचते होंगे या कैसा महसूस किया करते होंगे । दोस्तों अनाथ बच्चे सहानुभूति की नहीं, बल्कि आपके अपनेपन की जरूरत होती है , यह बच्चे अपने माता पिता के लिए थोड़ा भावनात्मक रूप से कमजोर होते हैं , यह बच्चे भी आम बच्चो की तरह होते हैं इसलिए सहानभूति नहीं अपनापन देखा कर इन बच्चो को प्यार देने की कोशिश जरूर करें , यह बच्चे आपका अपनापन पाकर आपसे भावनात्मक रूप से जुड़ाव महसूस करते हैं ।
दोस्तों किसी अनाथ बच्चे को अपनाकर उसको एक खुशहाल जिंदगी देकर आप खुद एक ऐसी खुशी पाएंगे जिसका कोई अंत नहीं होगा । यह खुशी आपको एक खुशहाल जीवन बनाने में मदद करेगा ।
आजकल आप सब जानते हैं कितनी महिलाए मां नहीं बन सकती , मै उन महिलाओं से यही कहना चाहती हो, आप एक अनाथ बच्चे को अपनाकर उसको मां जैसा प्यार दे , उसकी और अपना जीवन खुशहाल बनाए ।
ज़िन्दगी हम सबको अच्छा काम करने के लिए बहुत मौके देती है , अपना अच्छा करिए और बाकी भगवान के ऊपर भरोसा बनाए रखें ।
It's osm and true line dear
ReplyDeleteThank you dear ❤️
DeleteNice
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