Friday, June 11, 2021

बिन मौसम बरसात

 ये बेवजह प्यार का एहसास , लगे ये बिन मौसम बरसात ,

बिन मोर मोरनी नाचे , तेरे प्यार के एहसासों में बंधे ,

मोरनी की तलक देखो मोर को निहारने की ,

मोर देखो हजारों मोरनी संग नाचे , 

गुरुर अपने रंग रूप का , सुंदर होने का ,

मोरनी देखो अपने सादे रंग रूप को उड़ी हुई ,

उस मोर को चाहे , बिन मौसम बरसात लाए , 

प्यार की बरसात में अकेली मोरनी क्यों नाचे , मोर भी नाचे । 


                                     By :— Kshma Rastogi



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