Saturday, August 21, 2021

Rakshabandhan Poetry

 भाई बहन का यह त्यौहार , लाता खुशियां हजार ,

मिठाई, चॉकलेट, बर्फी, मिष्ठान खिलाए भाई को बहन ,

साल भर लड़ते झगड़ते भाई बहन देखो रक्षाबंधन पर साथ ,

भाई की कलाई पर बहन बांधे रक्षासूत्र , माथे पर लगाएं विजय तिलक ,

अपनी रक्षा का वादा लिए भाई से , जग में मुस्कराए ,

हर समय जो भाई लड़ता रहे , वो भाई करता अपनी बहन से उसकी रक्षा का वादा , 

यह त्यौहार नही सिर्फ , यह है भाई बहन के रिश्ते की झांकी , 

नए नए कपड़े पहन भाई बहन बनाए इस त्यौहार को खास ,

रक्षाबंधन पर भाई सगा हो या मुंहबोला , बहन के लिए उसका भाई ,

जो शर्माता फ्रेंडशिप बैंड पहनने से , वही राखी पहन गर्व से कहता मेरी बहना का प्यार ,

भाई बहन का रिश्ता यूं ही नहीं खास , यूं ही नहीं सभी रिश्तों से बड़ा रिश्ता , 

राखी मोती या रंग बिरंगी सितारों से सजी नही , राखी होती हैं उन विचारों की जो भाई बहन को जोड़े रखती हैं , 

राखी की कीमत उसके रूपये से नही , बहन की उस श्रद्धा से है ,

जो धागे की एक डोर को भाई की कलाई पर बांध अपनी रक्षा के लिए संतोष होती है , 

जब कभी बहन की रक्षा की बात आएगी भाई उसकी रक्षा करेगा ,

भाई बहन के प्यार के इस त्यौहार में सब रहे साथ । 

                By:– Kshma Rastogi


Happy Rakshabandhan All ! ❤️


Thank you ! 

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