Thursday, September 2, 2021

Sad Poetry by Kshma Rastogi

जानोगे हमारे बीते कल के बारे में , सिर्फ गम ही पाओगे ,
गुजरे हैं किन रास्तों से , सोच ना पाओगे ,
देखें होंगे हस्ते हुए हमे , हंसने के पीछे का गम नही देखे होंगे ,
जिस दिन जानोगे बीते कल के बारे मे , तरस बहुत खाओगे ,
क्या क्या गम लिए हुए है अपने दिल में , बोझ कितना है अनुमान ना लगा पाओगे ,
बोझ कितना लिए हुए है , उसका आधा भी न संभाल पाओगे ,
हंसते हुए चेहरे के पीछे आंसु छिपाए हुए है अंदाजा न लगा पाओगे ,
जब जब खुशी के नजदीक आए, बीते कल की परछाई पड़ जाती ,
समेट कर खुशियां को , गमों से नाते जोड़े है ,
खुशी तो आई और चली गई , एक गम ही थे जिन्होंने हर कदम साथ निभाया है ,
हमारे बीते कल मे एक सबक है , जानोगे तो समझोगे ।

          By:- Kshma Rastogi

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