Saturday, September 18, 2021

Kshma Poetry

यह दुनिया ऊपरी हंसी देखती है , आंखों में छिपे आंसु नही , 

यह दुनिया कड़वे बोल सुनती है , उसके पीछे मीठी बोली नही सुनती ,

कहने को हजार लोग अपने लगते हैं , जब पीछे मुड़ के देखते हैं सिर्फ अपनी परछाई ही दिखाई देती है ,

सुख में सभी आना चाहते है , दुख में सब चले जाते हैं ,

यह दुनिया एक दर्पण की तरह है, जिसमे देखो तो अपनी प्रतिछाया, ना देखो तो कोई प्रतिछाया नही ।



By :- Kshma Rastogi

#novainstituteofnursingandparamedicalscienceslucknow

#novacollegelucknow

#kshmarastogi

#chandausibloggergirl


| Kshma Poetry |

 ना हीर थी , ना कोई रांझा था ,

एक अनकही, एक अनदेखी, एक अनसुनी जोड़ी थी, 

जो मिलने से पहले ही ना जाने क्यों बिछड़ गई, 

थे दोनो प्रेम पुजारी, लेकिन नसीब को दोनो का मिलना न जाने क्यों अच्छा ना लगा,

बिछड़े दोनो जबसे गुमसुम हो बैठे, लोगों को उनका दुख समझ न आया और वो बताए भी नही । 



By:- Kshma Rastogi


#novainstituteofnursingandparamedicalscienceslucknow

#novacollegelucknow

#chandausibloggergirl

#chandausicity

#nursingstudent

Sunday, September 12, 2021

Quotes

 दिन के उजाले में नजर नही आते अपने, दिन में तो अपनी परछाई दिखाई देती हैं, रात में वो परछाई भी साथ छोड़ देती है, किस पर करे यकीन यह कहना मुश्किल है, हम करे खुद पर यकीन इतना यकीन होना चाहिए।

Friday, September 10, 2021

Love Poetry

 कैसे भूलेंगे उसको वो दिमाग में नहीं दिल में बसता है ,

उसकी हर बात में मेरा जिक्र है , मेरी हर सांस में उसका नाम है ,

वो मनमौजी सा लड़का है , मैं चंचल सी लड़की ,

हम दोनों मिले हैं उस राह पर जहां चाहा कर भी बिछड़ना मुश्किल है , 

राहें अलग जरूर है लेकिन राह अंत में मिल ही जाती है ।


By :- Kshma Rastogi

#novacollegelucknow

#chandausibloggergirl

#nursingstudent

Love Poetry

 हम समझ न पाए क्या कमी थी हमारे प्यार में, 

जो यू रिश्ता हमारा खत्म हो गया, 

हम वफादार रहे तुम्हारे, तुम भी हो जाते थोड़ा वफादार, 

हम मानते हर बात तुम्हारी, तुम भी बात मान जाते यूं दूर होने से सवालों के जवाब मिला नही करते ।

By :- Kshma Rastogi

#novacollegelucknow

#chandausibloggergirl

#nursingstudent

Love Poetry

 निकल आए उनकी गालियों से , लेकिन आज भी भटक रहे हैं उनकी यादों की गालियों में ,

दिल को समझाए है बहुत , दिल मानता नहीं अब नही साथ ,

उनकी यादों से बाहर निकलने की बहुत किए है कोशिश , लेकिन यह कोशिश कामयाब नही होती ,

मुस्कराते बहुत है लेकिन हर मुस्कुरात मुस्कान नही होती ,

होते है करीब बहुत लोग , यह दिल अकेला ही पाता है खुद को ,

ना होठों पर शिकवे ना दिल में कोई गिले ,

फिर भी दिल यूं यादों की गालियों में भटकता रहता हैं ।


By :- Kshma Rastogi

#novacollegelucknow

Thursday, September 2, 2021

Sad Poetry by Kshma Rastogi

जानोगे हमारे बीते कल के बारे में , सिर्फ गम ही पाओगे ,
गुजरे हैं किन रास्तों से , सोच ना पाओगे ,
देखें होंगे हस्ते हुए हमे , हंसने के पीछे का गम नही देखे होंगे ,
जिस दिन जानोगे बीते कल के बारे मे , तरस बहुत खाओगे ,
क्या क्या गम लिए हुए है अपने दिल में , बोझ कितना है अनुमान ना लगा पाओगे ,
बोझ कितना लिए हुए है , उसका आधा भी न संभाल पाओगे ,
हंसते हुए चेहरे के पीछे आंसु छिपाए हुए है अंदाजा न लगा पाओगे ,
जब जब खुशी के नजदीक आए, बीते कल की परछाई पड़ जाती ,
समेट कर खुशियां को , गमों से नाते जोड़े है ,
खुशी तो आई और चली गई , एक गम ही थे जिन्होंने हर कदम साथ निभाया है ,
हमारे बीते कल मे एक सबक है , जानोगे तो समझोगे ।

          By:- Kshma Rastogi

#kshmarastogi
#novacollege
#novainstituteofnursingandparamedicalscienceslucknow
#lucknowcity
#nursingcollege
#chandausibloggergirl


Love Poetry

प्यार में मिलना बिछड़ना लगा रहता है, लेकिन उस प्यार को बनाए रखना मुश्किल होता है, प्यार में अक्सर वादे निभाए भी नही जाते है, ओर प्यार में अक...